अमित शाह ने कहा कि 1982 में एक बूथ अध्यक्ष के रूप में मैंने काम शुरू किया था। सबसे बड़ी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में भारतीय जनता पार्टी ने मुझे पहुंचाया है।
उन्होंने कहा कि मुझमें से भाजपा को निकाल दो तो शून्य बचता है। मैंने देश के लिएजो कुछ भी किया, भाजपा की ही देन है।
अमित शाह ने कहा कि मैं भाग्यशाली हूं कि इस सीट से अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी सांसद रह चुके हैं, वहां से लोकसभा का उम्मीदवार बनने जा रहा हूं।
अमित शाह ने कहा कि मैं यहां से विधायक रहा हूं। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि गुजरात की सभी 26 सीटों पर जीत दिलाएं और अपने इस बेटे को भी जिताकर संसद पहुंचाएं।
अंत में उन्होंने ‘फिर एक बार, मोदी सरकार’ का नारा लगाया और जनसभा में मौजूद लोगों से भी नारे लगवाए।|
अमित शाह से पहले केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जो काम मैं नहीं कर सका वह भाई शाह ने कर के दिखा दिया। शाह ने करिश्माई काम किया है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि विरोधी पार्टी के नेता ऐसे प्रधानमंत्री के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करते हैं। देश की जनता को चाहिए कि लोकतांत्रिक तरीके से सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए।
लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान ने कहा कि पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भाजपा को जो मजबूती प्रदान की थी, अमित शाह के नेतृत्व में पार्टी और ज्यादा मजबूत हुई।
पासवान ने जोर देकर कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व में एनडीए देश भर में मजबूती के साथ खड़ी है। कांग्रेस मुक्त भारत की बात पर पहले संदेह किया जाता था, लेकिन आज देख लीजिए देश भर में कांग्रेस कहीं खड़ी नहीं दिख रही है।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी और भाजपा की विचारधारा एक है और दोनो के बीच जो मत मिन्नता और मनमुटाव था वह अब पूरी तरह समाप्त हो चुका है। हममें मत भिन्नता और मनमुटाव जरुर था, पर जब अमितभाई मेरे घर आये और बात हुई तो यह सब खत्म हो गया।